होशे
अध्याय 1
आत्मिक व्यभिचार के लिए परमेश्वर का न्याय — यहूदा और इस्राएल की पुनर्स्थापना।
1 यहूदा के राजा उज्जिय्याह, योताम, आहाज, और हिजकिय्याह, और इस्राएल के राजा योआश के पुत्र यारोबाम के दिनोंमें यहोवा का यह वचन बेरी के पुत्र होशे के पास पहुंचा।
2 होशे के द्वारा यहोवा के वचन का आरम्भ। और यहोवा ने होशे से कहा, जा, अपक्की एक व्यभिचारिणी पत्नी, और व्यभिचार की सन्तान ले ले; क्योंकि देश ने यहोवा के पास से बड़ी व्यभिचार किया है।
3 तब वह जाकर दिबलैम की बेटी गोमेर को ले गया; जो गर्भवती हुई, और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
4 और यहोवा ने उस से कहा, उसका नाम यिज्रेल रख; और थोड़े ही समय के लिये मैं येहू के घराने से यिज्रेल के लोहू का पलटा ले लूंगा, और इस्राएल के घराने के राज्य को मिटा डालूंगा।
5 और उस दिन ऐसा होगा, कि मैं इस्राएल के धनुष को यिज्रेल की तराई में तोड़ डालूंगा।
6 और वह फिर गर्भवती हुई, और उसके एक बेटी हुई। और परमेश्वर ने उस से कहा, उसका नाम लोरूहामा रख; क्योंकि मैं इस्राएल के घराने पर फिर कभी दया न करूंगा; परन्तु मैं उन्हें पूरी रीति से दूर कर दूंगा।
7 परन्तु मैं यहूदा के घराने पर दया करूंगा, और उनके परमेश्वर यहोवा के द्वारा उनका उद्धार करूंगा, और न धनुष, न तलवार, न युद्ध, न घोड़ों, और न सवारोंके द्वारा उनका उद्धार करूंगा।
8 जब वह लोरूहामा का दूध छुड़ा चुकी या, तब वह गर्भवती हुई, और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
9 तब परमेश्वर ने कहा, उसका नाम लो-अम्मी रख; क्योंकि तुम मेरी प्रजा नहीं हो, और मैं तुम्हारा परमेश्वर नहीं रहूंगा।
10 तौभी इस्त्राएलियोंकी गिनती समुद्र की बालू के समान होगी, जिसे न तो मापा जा सकता है, और न गिना जा सकता है; और जिस स्थान में उन से कहा गया था, कि तुम मेरी प्रजा नहीं हो, वहां उन से कहा जाएगा, कि तुम जीवते परमेश्वर की सन्तान हो।
11 तब यहूदा और इस्त्राएलियोंके सब इकट्ठे होकर अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके ललए अपके अपके ललए अपके अपके अपके ललए देश में से निकल आएंगे; क्योंकि यिज्रेल का दिन बड़ा होगा।
अध्याय 2
लोगों की मूर्तिपूजा - उनके खिलाफ निर्णय - सुलह के वादे।
1 अपने भाइयों से कहो, अम्मी; और तेरी बहिनों को, रूहामा।
2 अपक्की माता से बिनती करो, यार करो; क्योंकि वह न तो मेरी पत्नी है, और न मैं उसका पति हूं; इसलिथे वह अपके व्यभिचार को अपके साम्हने से, और अपके व्यभिचार को अपक्की छातियोंके बीच से दूर करे;
3 कहीं ऐसा न हो कि मैं उसे नंगा करके उसके जन्म के दिन के समान खड़ा कर दूं, और उसे जंगल के समान कर दूं, और उसे सूखी भूमि की नाईं स्थिर कर दूं, और उसे प्यास से घात कर दूं।
4 और मैं उसकी सन्तान पर दया न करूंगा; क्योंकि वे व्यभिचार के बच्चे हैं।
5 क्योंकि उनकी माता ने व्यभिचार किया है; जिस ने उन्हें गर्भवती किया, उस ने लज्जा का काम किया है; क्योंकि उस ने कहा, मैं अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके जल, अपके ऊन, और अपके सन, अपके तेल, और अपके अर्य के पीछे चलूं।
6 इसलिथे सुन, मैं तेरे मार्ग को कांटोंसे ढांपूंगा, और शहरपनाह बनाऊंगा, कि वह अपना मार्ग न पाए।
7 और वह अपके अपके यारोंके पीछे हो ले, तौभी उनके आगे न जाने पाए; और वह उन्हें ढूंढ़ेगी; लेकिन उन्हें नहीं मिलेगा; तब वह कहेगी, मैं जाकर अपके पहिले पति के पास जाऊंगी; क्योंकि तब क्या अब से मेरे लिथे अच्छा था?
8 क्योंकि वह नहीं जानती थी, कि मैं ने उसको अन्न, दाखमधु, और तेल दिया, और जो चान्दी सोना उन्होंने बाल के लिथे तैयार किया, उसको मैं ने बढ़ा दिया।
9 इसलिथे मैं लौटकर अपके अन्न को, और अपके दाखमधु को उसके समय में ले जाऊंगा, और अपके ऊन और सन को जो उसके तन को ढांपने के लिथे दिया गया है, फेर ले लूंगा।
10 और अब मैं उसके यारोंके साम्हने उसका कुटिलता प्रगट करूंगा, और कोई उसको अपके हाथ से छुड़ा न सकेगा।
11 मैं उसके सारे आनन्द को, उसके पर्वोंके दिनोंको, उसके नये चन्द्रमाओं, और उसके विश्रामदिनों, और उसके सब पर्वोंको मिटा दूंगा।
12 और मैं उसकी दाखलताओं और अंजीर के वृक्षोंको, जिनके विषय उस ने कहा है, नाश करूंगा, कि अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके लिथे फल ये हैं; और मैं उनको वन बना दूंगा, और मैदान के पशु उन्हें खा जाएंगे।
13 और बालीम के दिनोंमें मैं उस से भेंट करूंगा, जिन में उस ने उन के लिथे धूप जलाया, और अपक्की बालियां और जेवर अपके अपके अपके अपके को संवारे, और अपके अपके यारोंके पीछे पीछे जाकर मुझे भूल गई, यहोवा की यही वाणी है।
14 इसलिथे सुन, मैं उसको फुसलाकर जंगल में ले जाऊंगा, और उस से शान्ति से बातें करूंगा।
15 और मैं वहां से उसकी दाख की बारियां, और आकोर की तराई को आशा के द्वार के लिथे दूंगा, और वह वहां वैसे ही गाएगी, जैसे अपनी जवानी के दिनोंमें, और उस दिन की नाईं जब वह उस देश से निकली या, मिस्र।
16 और उस दिन यहोवा की यह वाणी है, कि तू मुझे ईशी कहेगा; और मुझे फिर बालि न कहो।
17 क्योंकि मैं बालीम के नाम उसके मुंह से दूर करूंगा, और वे फिर कभी स्मरण न किए जाएंगे।
18 और उस समय मैं उनके लिये मैदान के पशुओं, और आकाश के पक्षियों, और भूमि के रेंगनेवाले जन्तुओं से वाचा बान्धूंगा; और मैं धनुष और तलवार और युद्ध को पृय्वी पर से तोड़ डालूंगा, और उन्हें निडर बैठा दूंगा।
19 और मैं तुझ से सदा के लिथे ब्याह करूंगा; हां, मैं तुझ से धर्म, और न्याय, और प्रेम-कृपा, और दया में तुझ से ब्याह करूंगा ।
20 मैं तुझ से सच्चाई से ब्याह करूंगा; और तुम यहोवा को जानोगे।
21 और उस दिन ऐसा होगा, कि मैं सुनूंगा, यहोवा की यह वाणी है, मैं आकाश की सुनूंगा, और वे पृय्वी की सुनेंगे;
22 और भूमि अन्न, दाखमधु, और तेल सुनेगी; और वे यिज्रेल की सुनेंगे।
23 और मैं उसे पृय्वी पर अपके लिथे बोऊंगा; और मैं उस पर दया करूंगा जिस पर दया न हुई होगी; और जो मेरी प्रजा न थे, उन से मैं कहूंगा, कि तू मेरी प्रजा है; और वे कहेंगे, तू मेरा परमेश्वर है।
अध्याय 3
उनकी बहाली से पहले इस्राएल का उजाड़।
1 तब यहोवा ने मुझ से कहा, जा, तौभी अपनी सहेली की प्रीति, तौभी व्यभिचारिणी स्त्री से प्रीति रख, जो यहोवा के उस प्रेम के अनुसार जो पराए देवताओं की ओर दृष्टि रखते और दाखमधु के झंडोंसे प्रीति रखते हैं।
2 सो मैं ने उसको मेरे लिथे चान्दी के पन्द्रह टुकड़े, और एक होमेर जव, और आधा होमेर जव देकर मोल लिया;
3 और मैं ने उस से कहा, तू बहुत दिन तक मेरे लिथे रहूंगा; न तो व्यभिचार करना, और न किसी दूसरे के वश में होना; वैसा ही मैं भी तेरे लिथे रहूंगा।
4 क्योंकि इस्राएली बहुत दिन तक बिना राजा, और न प्रधान, और न मेलबलि, और न मूरत, और न एपोद, और बिना टेरापीम के रहेंगे;
5 उसके बाद इस्राएली लौट आएंगे, और अपके परमेश्वर यहोवा, और अपके राजा दाऊद को ढूंढ़ेंगे; और अन्त के दिनों में यहोवा और उसकी भलाई का भय मानना।
अध्याय 4
लोगों के पापों के विरुद्ध परमेश्वर का न्याय।
1 हे इस्राएलियों, यहोवा का वचन सुनो; क्योंकि यहोवा का देश के निवासियों से विवाद है, क्योंकि उस देश में न सच्चाई, और न दया, और न परमेश्वर का ज्ञान है।
2 वे शपथ खाकर, और झूठ बोलते, और मारते, और चोरी करते, और व्यभिचार करते हैं, और वे लहू को छूते हैं।
3 इस कारण देश विलाप करेगा, और जो कोई उस में निवास करेगा, वह मैदान के पशुओं, और आकाश के पक्षियों समेत मर जाएगा; हां, समुद्र की मछलियां भी ले ली जाएंगी,
4 तौभी कोई दूसरे को यत्न न करे, और न डांटे; क्योंकि तेरी प्रजा वैसी ही है जैसी याजक के साथ जद्दोजहद करती है।
5 इसलिथे तू दिन में गिर पड़ेगा, और भविष्यद्वक्ता भी तेरे संग रात को गिर पड़ेगा, और मैं तेरी माता को नाश करूंगा।
6 मेरी प्रजा ज्ञान के अभाव में नाश की गई; क्योंकि तू ने ज्ञान को तुच्छ जाना है, मैं भी तुझे त्यागूंगा, कि तू मेरे लिथे याजक न ठहरेगा; यह देखकर कि तू अपके परमेश्वर की व्यवस्था को भूल गया है, मैं तेरे लड़केबालोंको भी भूल जाऊंगा।
7 जैसे वे बढ़ते गए, वैसे ही उन्होंने मेरे विरुद्ध पाप किया; इसलिए मैं उनकी महिमा को लज्जा में बदल दूंगा।
8 वे मेरी प्रजा का पाप खा जाते हैं, और अपके अधर्म पर मन लगाते हैं।
9 और प्रजा के समान याजक के समान होंगे; और मैं उनको उनके चालचलन का दण्ड दूंगा, और उनके कामोंका प्रतिफल दूंगा।
10 क्योंकि वे खाएंगे, परन्तु उनके पास पर्याप्त न होगा; वे व्यभिचार करेंगे, और न बढ़ाएंगे; क्योंकि वे यहोवा की चौकसी करने के लिथे निकल गए हैं।
11 व्यभिचार और दाखमधु और नया दाखरस मन को छीन लेता है।
12 मेरी प्रजा अपके काठ पर सम्मति मांगती है, और उनकी लाठी उन से कहती है; क्योंकि व्यभिचार की आत्मा ने उन्हें भटका दिया है, और वे अपके परमेश्वर के साम्हने से व्यभिचार हो गए हैं।
13 वे पहाड़ों की चोटियों पर बलि चढ़ाते हैं, और पहाड़ों पर बांजवृझ और चिनार, और एल्म के नीचे धूप जलाते हैं, क्योंकि उसकी छाया अच्छी होती है; इस कारण तेरी बेटियाँ व्यभिचार करेंगी, और तेरी पत्नियाँ व्यभिचार करेंगी।
14 मैं तेरी बेटियोंको व्यभिचार करने पर दण्ड न दूंगा, और न तेरी पत्नियोंके जब वे व्यभिचार करें; क्योंकि वे वैश्याओं से अलग हो गए हैं, और वेश्याओं के द्वारा बलि चढ़ाते हैं; इसलिए जो लोग नहीं समझते वे गिर जाएंगे।
15 हे इस्राएल, चाहे तू व्यभिचार करे, तौभी यहूदा अपराध न करे; और गिलगाल में न आना, और न बेतावेन को जाना, और न शपय खाना, यहोवा जीवित है।
16 क्योंकि इस्त्राएल पीछे खिसकती बछिया की नाईं पीछे हट जाता है; अब यहोवा उन्हें एक बड़े स्थान में भेड़ के बच्चे की नाईं चराएगा।
17 एप्रैम मूरतोंसे मिला हुआ है; उसे अकेला रहने दो।
18 उनका पेय खट्टा होता है; उन्होंने लगातार व्यभिचार किया है; उसके हाकिम लज्जित होकर प्रेम करते हैं, दे दो।
19 आँधी ने उसे उसके पंखों में जकड़ लिया है, और वे अपके बलिदानोंके कारण लज्जित होंगे।
अध्याय 5
उनके कई गुना पापों के लिए इज़राइल के खिलाफ भगवान का न्याय।
1 हे याजकों, यह सुनो; हे इस्राएल के घराने, सुनो; हे राजा के घराने, कान लगा; क्योंकि तुम मिस्पा में फन्दा और ताबोर के लिये फन्दा ठहरे हो, इसलिये न्याय तुम्हारे लिये है।
2 और मैं उन सब को ताड़ना देने पर भी घात करने के लिथे प्रबल हैं।
3 मैं एप्रैम को जानता हूं, और इस्राएल मुझ से छिपा नहीं; क्योंकि अब हे एप्रैम, तू व्यभिचार करता है, और इस्राएल अशुद्ध हो जाता है।
4 वे अपके परमेश्वर की ओर फिरने के लिथे अपके काम न गढ़ेंगे; क्योंकि उनके बीच में व्यभिचार की आत्मा है, और उन्होंने यहोवा को नहीं जाना।
5 और इस्राएल का घमण्ड उसके साम्हने गवाही देता है; इस कारण इस्राएल और एप्रैम अपके अधर्म के कारण गिरेंगे; यहूदा भी उनके साथ गिरेगा।
6 वे अपक्की भेड़-बकरियोंऔर गाय-बैल समेत यहोवा को ढूंढ़ने को जाएं; परन्तु वे उसे न पाएंगे; उसने अपने आप को उनसे अलग कर लिया है।
7 उन्होंने यहोवा से विश्वासघात किया है; क्योंकि उन्होंने पराए पुत्र उत्पन्न किए हैं; अब एक महीने उन्हें उनके हिस्से के साथ खा जाएगा।
8 गिबा में नरसिंगा, और रामा में नरसिंगा फूंकना; हे बिन्यामीन, तेरे पीछे बेतवेन में ऊँचे स्वर से पुकार।
9 फटकार के दिन एप्रैम उजाड़ हो जाएगा; मैं ने इस्राएल के गोत्रों में से वह प्रगट किया है जो निश्चय ही होगा।
10 यहूदा के हाकिम उनके समान थे, जो बन्धन हटाते थे; इस कारण मैं उन पर जल की नाईं अपना कोप उंडेलूंगा।
11 एप्रैम न्याय के कारण अन्धेर और टूटा हुआ है, क्योंकि वह स्वेच्छा से आज्ञा का पालन करता था।
12 इसलिथे मैं एप्रैम के लिथे कीड़े के समान, और यहूदा के घराने के लिथे सड़ा हुआ ठहरूंगा।
13 जब एप्रैम ने अपक्की बीमारी देखी, और यहूदा ने अपना घाव देखा, तब एप्रैम अश्शूर के पास गया, और यारेब राजा के पास भेजा; तौभी वह न तो तुझे चंगा कर सका, और न तेरे घाव को चंगा किया।
14 क्योंकि मैं एप्रैम के लिथे यहूदा के घराने के लिथे सिंह और जवान सिंह सा ठहरूंगा; मैं, मैं भी, फाड़ कर चला जाऊंगा; मैं उठा लूंगा, और कोई उसे छुड़ा न पाएगा।
15 मैं जाकर अपके स्यान को लौट जाऊंगा, और जब तक वे अपके अपके अपराध को मान लें, और मेरे दर्शन के खोजी न हो जाएं; वे अपने दु:ख में मुझे शीघ्र ढूंढ़ेंगे।
अध्याय 6
प्रायश्चित का उपदेश।
1 आओ, हम यहोवा की ओर फिरें; क्योंकि उसी ने फाड़ा, और हमें चंगा करेगा; उस ने मारा है, और वह हम को बान्धेगा।
2 दो दिन के बाद वह हम को जिलाएगा; तीसरे दिन वह हम को जिलाएगा, और हम उसके साम्हने जीवित रहेंगे।
3 तब हम जान लेंगे, कि हम यहोवा को जानने के लिये आगे चलेंगे; उसका जाना भोर के समान तैयार किया जाता है; और वह वर्षा की नाईं वर्षा की नाईं पृथ्वी पर पिछली और पहिले वर्षा के समान हमारे पास आएगा;
4 हे एप्रैम, मैं तेरा क्या करूं? हे यहूदा, मैं तेरा क्या करूं? क्योंकि तेरी भलाई भोर के बादल के समान है, और भोर की ओस के समान है।
5 इस कारण मैं ने उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा गढ़ा है; मैं ने अपके मुंह के वचनोंसे उनको घात किया है; और तेरे निर्णय उस ज्योति के समान हैं जो निकलती है।
6 क्योंकि मैं ने बलिदान की नहीं, दया की इच्छा की थी; और होमबलि से बढ़कर परमेश्वर का ज्ञान।
7 परन्तु उन्होंने मनुष्योंके समान वाचा का उल्लंघन किया है; वहाँ उन्होंने मेरे साथ विश्वासघात किया है।
8 गिलाद उन का नगर है, जो अधर्म के काम करते हैं, और लोहू से अशुद्ध हो गए हैं।
9 और जैसे डाकुओं के दल किसी पुरूष की बाट जोहते हैं, वैसे ही याजकोंका दल सम्मति से मार्ग में घात करता है; क्योंकि वे कुटिलता करते हैं।
10 मैं ने इस्राएल के घराने में एक भयानक वस्तु देखी है; एप्रैम का व्यभिचार है, इस्राएल अशुद्ध हो गया है।
11 और हे यहूदा, जब मैं अपक्की प्रजा की बन्धुआई से लौटा, तब उस ने तेरे लिथे कटनी डाली है।
अध्याय 7
अनेक गुना पापों का दण्ड।
1 जब मैं इस्राएल को चंगा करता, तब एप्रैम का अधर्म, और शोमरोन का अधर्म पता चला; क्योंकि वे झूठ बोलते हैं; और चोर भीतर आ जाता है, और डाकुओं का दल बाहर लूट लेता है।
2 और वे अपने मन में विचार नहीं करते, कि मैं उनकी सारी दुष्टता को स्मरण करता हूं; अब उनके कामों ने उन्हें घेर लिया है; वे मेरे चेहरे के सामने हैं।
3 वे अपक्की दुष्टता से राजा को, और हाकिमोंको अपके झूठ से प्रसन्न करते हैं।
4 वे सब परस्त्रीगमन करनेवाले हैं, जैसे पकानेवाले के द्वारा गरम किए हुए चूल्हे की नाईं, जो आटा गूंथे जाने के बाद खमीर न होने तक उठाना छोड़ देता है।
5 हमारे राजा के दिन हाकिमोंने उसको दाखमधु पिलाकर रोगी किया है; उसने ठट्ठा करनेवालों से हाथ बढ़ाया।
6 क्योंकि जब तक वे घात लगाए बैठे हैं, तब तक उन्होंने अपना मन भट्टी के समान तैयार किया है; उनका पकाने वाला रात भर सोता है; भोर को वह धधकती हुई आग के समान जलता है।
7 वे सब भट्टी की नाईं तप्त हैं, और अपके न्यायियोंको भस्म कर चुके हैं; उनके सब राजा गिर गए हैं; उन में से कोई नहीं, जिसने मुझे पुकारा।
8 एप्रैम, वह प्रजा में मिल गया है; एप्रैम एक केक है जो मुड़ा नहीं है।
9 परदेशियों ने उसका बल निगल लिया है, और वह इसे नहीं जानता; वरन उस पर इधर उधर भूरे बाल हैं, तौभी वह नहीं जानता।
10 और इस्राएल का घमण्ड उसके मुंह की गवाही देता है; और वे अपके परमेश्वर यहोवा की ओर फिर न फिरे, और न इस सब के लिथे उसको ढूंढ़े।
11 एप्रैम भी निर्बुद्धि कबूतर के समान है; वे मिस्र को पुकारते हैं, वे अश्शूर को जाते हैं।
12 जब वे जाएंगे, तब मैं उन पर अपना जाल फैलाऊंगा; मैं उन्हें आकाश के पक्षियों की नाईं नीचे गिराऊंगा; मैं उन्हें ताड़ना दूंगा, जैसा उनकी मण्डली ने सुना है।
13 उन पर हाय! क्योंकि वे मेरे पास से भाग गए हैं; उनके लिए विनाश! क्योंकि उन्होंने मेरा उल्लंघन किया है; यद्यपि मैं ने उन्हें छुड़ा लिया है, तौभी उन्होंने मेरे विरुद्ध झूठ कहा है।
14 और जब वे अपके बिछौने पर विलाप करते थे, तब उन्होंने अपके मन से मेरी दोहाई न दी; वे अन्न और दाखमधु के लिये इकट्ठे होते हैं, और मुझ से बलवा करते हैं।
15 चाहे मैं ने उनके हाथ बान्धकर दृढ़ किए हों, तौभी वे मेरे विरुद्ध अनर्थ की कल्पना करते हैं।
16 वे तो लौटते हैं, परन्तु परमप्रधान के पास नहीं; वे धोखेबाज़ धनुष के समान हैं; उनके हाकिम अपनी जीभ की जलजलाहट के कारण तलवार से मारे जाएंगे; मिस्र देश में यह उनका उपहास होगा।
अध्याय 8
विनाश की धमकी दी है।
1 तुरही को अपके मुंह पर फूंकना। वह उकाब की नाईं यहोवा के भवन पर चढ़ाई करेगा, क्योंकि उन्होंने मेरी वाचा का उल्लंघन किया है, और मेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया है।
2 इस्राएल मुझ से दोहाई देगा, हे मेरे परमेश्वर, हम तुझे जानते हैं।
3 इस्राएल ने अच्छी वस्तु को त्याग दिया है; शत्रु उसका पीछा करेगा।
4 उन्होंने मेरे द्वारा नहीं, पर राजाओं को खड़ा किया है; उन्होंने हाकिम बनाए हैं, और मैं ने उसे नहीं जाना; उन्होंने अपके चाँदी और सोने से उनकी मूरतें बनाई हैं, कि वे मिट जाएं।
5 हे शोमरोन, तेरे बछड़े ने तुझे त्याग दिया है; मेरा कोप उन पर भड़क उठा है; कब तक वे निर्दोषता को प्राप्त कर लेंगे?
6 क्योंकि वह भी इस्राएल की ओर से था; कार्यकर्ता ने इसे बनाया; इसलिए यह भगवान नहीं है; परन्तु शोमरोन का बछड़ा टुकड़े टुकड़े किया जाएगा।
7 क्योंकि उन्होंने वायु बोई है, और वे बवण्डर ही काटेंगे, जिस का डंठ नहीं; कली से भोजन न मिलेगा; यदि ऐसा हो, तो वह उपज देगा, परदेशी उसे निगल जाएंगे।
8 इस्राएल निगल लिया गया; अब वे अन्यजातियों के बीच एक ऐसे पात्र की नाईं ठहरें जिस में सुख नहीं रहता।
9 क्योंकि वे अश्शूर को गए हैं, जो अकेला जंगली गदहा है; एप्रैम ने प्रेमियों को काम पर रखा है।
10 हां, यद्यपि उन्होंने अन्यजातियोंके बीच भाड़े पर लिया है, तौभी मैं उन्हें अब इकट्ठा करूंगा, और वे हाकिमोंके राजा के बोझ के कारण थोड़ा सा शोक करेंगे ।
11 क्योंकि एप्रैम ने पाप के लिथे बहुत वेदियां बनाई हैं, उसके लिथे पाप करने के लिथे वेदियां होंगी।
12 मैं ने अपनी व्यवस्था की बड़ी-बड़ी बातें उस को लिखीं, परन्तु वे विचित्र मानी गईं।
13 वे मेरे बलिदानोंके लिथे मांस बलि करके खाते हैं; परन्तु यहोवा उन्हें ग्रहण नहीं करता; अब वह उनके अधर्म को स्मरण करेगा, और उनके पापों पर दण्ड देगा; वे मिस्र को लौट जाएंगे।
14 क्योंकि इस्राएल अपके कर्ता को भूलकर मन्दिर बनाता है; और यहूदा ने बहुत से गढ़वाले नगर बनाए हैं; परन्तु मैं उसके नगरोंमें आग लगाऊंगा, और वह उसके महलोंको भस्म कर देगी।
अध्याय 9
उनके पापों के लिए इस्राएल की बंधुआई।
1 हे इस्राएल, अन्य लोगों की नाईं आनन्दित न हो; क्योंकि तू ने अपके परमेश्वर की ओर से व्यभिचार किया है, और हर एक कुरसी पर प्रतिफल की प्रीति रखता है।
2 फर्श और दाखरस का कुण्ड उनको न खिलाएगा, और नया दाखरस उस में घट जाएगा।
3 वे यहोवा के देश में निवास न करें; परन्तु एप्रैम मिस्र को लौट जाएगा, और वे अश्शूर में अशुद्ध वस्तुएं खाएंगे।
4 वे यहोवा के लिथे दाखमधु की भेंट न चढ़ाएं, और न उस को प्रसन्न करनेवाले हों; उनके लिये उनके बलिदान विलाप करनेवालोंकी रोटी के समान हों; उसके खाने वाले सब अशुद्ध हो जाएंगे; क्योंकि उनकी रोटी उनके प्राण के लिथे यहोवा के भवन में न आने पाएगी।
5 पवित्र दिन और यहोवा के पर्ब्ब के दिन तुम क्या करोगे?
6 क्योंकि देखो, वे विनाश के कारण चले गए हैं; मिस्र उन्हें इकट्ठा करेगा, मेम्फिस उन्हें मिट्टी देगा; उनकी चान्दी के मनभावने स्थान बिच्छू उनके अधिकारी होंगे; उनके डेरों में कांटे होंगे।
7 दण्ड देने के दिन आए, और बदला लेने के दिन आए; इस्राएल यह जान लेगा; भविष्यद्वक्ता मूर्ख है, आत्मिक मनुष्य पागल है, क्योंकि तेरे अधर्म और बड़ी बैर की बहुतायत है।
8 एप्रैम का पहरुए मेरे परमेश्वर के संग या; परन्तु भविष्यद्वक्ता अपके परमेश्वर के भवन में सब चालचलन में रहने वाले पक्षी का, और बैर का फंदा है।
9 वे गिबा के दिनों की नाईं अपने आप को भ्रष्ट कर चुके हैं; इसलिथे वह उनके अधर्म को स्मरण रखेगा, और उनके पापोंका दण्ड देगा।
10 मैं ने इस्राएल को जंगल में दाखोंके समान पाया; मैं ने तेरे पुरखाओं को पहिले ही पहिले अंजीर के वृक्ष में पहिले पके हुए देखा; परन्तु वे बालपोर के पास गए, और उस लज्जित होने के लिथे अपने आप को अलग कर लिया; और उनके घिनौने काम उनके प्रेम के अनुसार थे।
11 एप्रैम का तेज पक्षी की नाईं जन्म से, और गर्भ से, और गर्भ से उड़ता रहेगा।
12 चाहे वे अपके बालकोंको पालें, तौभी मैं उनको ऐसा त्याग दूंगा, कि कोई मनुष्य न बचेगा; वरन उन पर भी हाय, जब मैं उनके पास से चला जाऊंगा!
13 एप्रैम, जैसा मैं ने सोरुस को देखा, मनभावन स्थान में लगाया गया है; परन्तु एप्रैम अपके बालकोंको हत्यारे के पास ले आएगा।
14 हे यहोवा, उन्हें दे; तुम क्या दोगे उन्हें गर्भ गिराने वाला गर्भ और सूखे स्तन दें।
15 उनकी सारी दुष्टता गिलगाल में है; क्योंकि वहाँ मैं ने उन से बैर रखा; उनके कामों की दुष्टता के कारण मैं उन्हें अपके घर से निकाल दूंगा, और फिर उन से प्रीति न रखूंगा; उनके सभी राजकुमार विद्रोही हैं।
16 एप्रैम मारा गया, उनकी जड़ सूख गई, वे फल न पाएंगे; हां, यद्यपि वे उत्पन्न करते हैं, तौभी मैं उनके गर्भ के प्रिय फल को भी मार डालूंगा ।
17 मेरा परमेश्वर उनको दूर करेगा, क्योंकि उन्होंने उसकी न मानी; और वे अन्यजातियोंके बीच पथभ्रष्ट होंगे।
अध्याय 10
इज़राइल को फटकार लगाई गई और धमकी दी गई।
1 इस्राएल तो खाली दाखलता है, वह अपके लिथे फल लाता है; उसके फल की बहुतायत के अनुसार उसने वेदियों को बढ़ाया है; उन्होंने उसके देश की भलाई के अनुसार अच्छी मूरतें बनाई हैं।
2 उनका मन टूटा हुआ है; अब वे दोषपूर्ण पाए जाएंगे; वह उनकी वेदियों को तोड़ डालेगा, वह उनकी मूरतों को बिगाड़ देगा।
3 क्योंकि अब वे कहेंगे, हमारा कोई राजा नहीं, क्योंकि हम ने यहोवा का भय नहीं माना; फिर एक राजा हमारा क्या करे?
4 उन्हों ने वाचा बान्धने की झूठी शपथ खाकर बातें की हैं; इस प्रकार न्याय मैदान की खाइयों में हेमलॉक के रूप में उगता है।
5 शोमरोन के निवासी बेतावेन के बछड़ों से डरेंगे; क्योंकि उसके लोग उसके लिये विलाप करेंगे, और उसके याजक जो उस से मगन होंगे, उसकी महिमा के लिथे, क्योंकि वह उस से दूर हो गया है।
6 वह भी राजा यारेब के पास भेंट के लिथे अश्शूर को ले जाए; एप्रैम लज्जित होगा, और इस्राएल अपक्की युक्ति से लजाएगा।
7 शोमरोन उसका राजा जल पर के फेन की नाईं नाश हो गया।
8 आवेन के ऊंचे स्थान, जो इस्राएल का पाप या, नाश किए जाएंगे; उनकी वेदियों पर काँटे और ठिठुरेंगे; और वे पहाड़ों से कहेंगे, हम को ढांप दे; और पहाडिय़ों पर, हम पर गिर पड़ें।
9 हे इस्राएल, तू गिबा के दिनों से पाप करता आया है; वहाँ वे खड़े थे; गिबा में अधर्मियों से युद्ध न हुआ।
10 यह मेरी इच्छा है कि मैं उन्हें ताड़ना दूं; और जब वे अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके अपके साम्हने बान्धे जाएं, तब वे उनके साम्हने इकट्ठी हो जाएं।
11 और एप्रैम सिखाई हुई बछिया की नाईं है, और अन्न रौंदने से प्रीति रखता है; परन्तु मैं उसकी सुन्दर गरदन के ऊपर से निकल गया; मैं एप्रैम को सवार कराऊंगा; यहूदा हल चलाएगा, और याकूब अपके लण्डोंको तोड़ देगा।
12 अपने लिये धर्म के बीज बोओ, दया से कटो; अपनी परती भूमि को तोड़ दो; क्योंकि समय आ गया है कि यहोवा को ढूंढ़े, जब तक कि वह आकर तुझ पर धर्म की वर्षा न करे।
13 तुम ने अधर्म जोता, और अधर्म का काटा; तुम ने झूठ का फल खाया है; क्योंकि तू ने अपके शूरवीरोंकी भीड़ पर अपके मार्ग पर भरोसा रखा है।
14 इसलिथे तेरी प्रजा में ऐसा कोलाहल मचेगा, और जिस प्रकार शलमान ने युद्ध के दिन बेतर्बेल को लूटा, वैसे ही तेरे सब गढ़ भी नाश किए जाएंगे; माँ को उसके बच्चों पर टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया था।
15 तेरी बड़ी दुष्टता के कारण बेतेल तुझ से वैसा ही करे; भोर को इस्राएल का राजा सत्यानाश किया जाएगा।
अध्याय 11
इस्राएल की कृतघ्नता — परमेश्वर की दया।
1 जब इस्राएल बालक या, तब मैं ने उस से प्रीति की, और अपके पुत्र को मिस्र देश में से बुला लिया।
2 जैसे उन्होंने उन्हें बुलाया, वैसे ही वे उनके पास से चले गए; उन्होंने बालीम के लिथे बलि चढ़ाई, और खुदी हुई मूरतोंके लिथे धूप जलाया।
3 मैं ने एप्रैम को भी सिखाया, कि उन को गोद में लिए हुए जाना; परन्तु वे नहीं जानते थे कि मैं ने उन्हें चंगा किया है।
4 मैं ने उन्हें मनुष्य की रस्सियोंसे, और प्रेम की डोरियोंसे खींचा; और जो उनके जबड़ों का जूआ उतारते हैं, उनके समान मैं भी उनके साम्हने था, और मैं ने उनके लिथे मांस डाला।
5 वह मिस्र देश में फिर न लौटेगा, परन्तु अश्शूर उसका राजा होगा, क्योंकि उन्होंने लौटने से इन्कार किया था।
6 और तलवार उसके नगरोंपर बनी रहेगी, और उसकी डालियोंको उनकी ही युक्तियोंके कारण भस्म कर देगी, और उन्हें खा जाएगी।
7 और मेरी प्रजा मुझ से पीछे हटने को तरस गई है; तौभी वे उन्हें परमप्रधान के पास बुलाते थे, तौभी कोई उसकी बड़ाई न करता था।
8 हे एप्रैम, मैं तुझे कैसे त्याग दूं? हे इस्राएल, मैं तुझे कैसे छुड़ाऊं? मैं तुझे अदमा कैसे बनाऊं? मैं तुझे सबोईम के समान कैसे ठहराऊं? मेरा हृदय तेरी ओर फिरा है, और मेरी करूणा तुझे बटोरने के लिथे बढ़ाई गई है।
9 मैं अपके क्रोध के प्रचण्ड को न भड़काऊंगा, और न एप्रैम को नाश करने को फिर न लौटूंगा; क्योंकि मैं परमेश्वर हूं, मनुष्य नहीं; तेरे बीच में पवित्र है; और मैं नगर में प्रवेश न करूंगा।
10 वे यहोवा के पीछे पीछे चलेंगे; वह सिंह की नाई गरजेगा; जब वह गरजेगा, तब बालक पच्छिम से कांपने लगेंगे।
11 वे मिस्र में से पक्षी की नाईं और अश्शूर के देश में से कबूतरी की नाईं थरथराएंगे; और मैं उनको उनके घरोंमें बसाऊंगा, यहोवा की यही वाणी है।
12 एप्रैम ने मुझे झूठ से, और इस्राएल के घराने को छल से घेरा है; परन्तु यहूदा तौभी परमेश्वर के साथ राज्य करता है, और पवित्र लोगों के साथ विश्वासयोग्य है।
अध्याय 12
एप्रैम, यहूदा और याकूब की ताड़ना।
1 एप्रैम आँधी से खाता है, और पुरवाई के पीछे पीछे चलता है; वह प्रतिदिन झूठ और उजाड़ता को बढ़ाता है; और वे अश्शूरियों से वाचा बान्धते हैं, और तेल मिस्र में पहुंचाया जाता है।
2 यहोवा का यहूदा से भी विवाद है, और वह याकूब को उसके चालचलन के अनुसार दण्ड देगा; उसके कामों के अनुसार वह उसे बदला देगा।
3 उस ने अपके भाई को गर्भ में ही एड़ी से पकड़ लिया, और अपके बल से परमेश्वर के पास सामर्य रहा।
4 वरन स्वर्गदूत पर उसका अधिकार था, और वह प्रबल हुआ; वह रोया, और उस से बिनती की; उस ने उसे बेतेल में पाया, और वहां हम से बातें की;
5 सेनाओं का परमेश्वर यहोवा; यहोवा उसका स्मारक है।
6 इसलिथे अपके परमेश्वर की ओर फिरो; दया और न्याय की रखवाली करो, और अपने परमेश्वर की बाट जोहते रहो।
7 वह व्योपारी है, उसके हाथ में छल की चिट्ठी है; वह दमन करना पसंद करता है।
8 तब एप्रैम ने कहा, तौभी मैं धनी हो गया हूं, मैं ने अपक्की तृप्ति पा ली है; मेरे सब परिश्र्मों में वे मुझ में कोई अधर्म न पाएंगे जो पापी थे।
9 और मैं मिस्र देश से तेरा परमेश्वर यहोवा हूं, तब भी तुझे पवित्र पर्व के दिनोंकी नाई तम्बूओं में बसाऊंगा।
10 मैं ने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा बातें भी कीं, और भविष्यद्वक्ताओं की सेवकाई के द्वारा मैं ने बहुत से दर्शन और दृष्टान्त देखे हैं।
11 क्या गिलाद में अधर्म है? निश्चय ही वे व्यर्थ हैं; वे गिलगाल में बैल बलि करते हैं; वरन उनकी वेदियां खेतों की खाइयों में ढेर के समान हैं।
12 और याकूब अराम देश को भाग गया, और इस्राएल ने पत्नी के लिथे सेवा की, और पत्नी के लिथे भेड़-बकरियां चराए।
13 और यहोवा इस्राएल को एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा मिस्र से निकाल ले आया, और एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा उसकी रक्षा की गई।
14 एप्रैम ने उसका अति क्रोध भड़काया; इसलिथे वह अपना लोहू उस पर छोड़े, और उसकी नामधराई उसका प्रभु उस की ओर फिरे ।
अध्याय 13
एप्रैम की महिमा — परमेश्वर का कोप — परमेश्वर की दया की प्रतिज्ञा।
1 जब एप्रैम कांपता हुआ कहता या, तब वह इस्त्राएल में बड़ा हो जाता था; परन्तु जब उस ने बाल का अपमान किया, तब वह मर गया।
2 और अब वे अधिकाधिक पाप करते हैं, और अपक्की समझ के अनुसार अपक्की चान्दी की मूरतें, और मूरतें गढ़ी हैं, यह सब कारीगरोंका काम है; वे उनके विषय में कहते हैं, कि बलि चढ़ानेवाले बछड़ोंको चूमें।
3 इस कारण वे भोर के बादल, और भोर की ओस के समान होंगे, जो बवंडर के द्वारा फर्श पर से उड़ाई जाती है, और चिमनी से निकलने वाला धुआं है।
4 तौभी मैं मिस्र देश से तेरा परमेश्वर यहोवा हूं, और मेरे सिवा किसी परमेश्वर को तू न जानेगा; क्योंकि मेरे सिवा कोई उद्धारकर्ता नहीं।
5 मैं ने तुझे जंगल में, घोर सूखे के देश में, जान लिया।
6 उनकी चराई के अनुसार वे तृप्त हुए; वे तृप्त हुए, और उनका मन ऊंचा हुआ; इसलिए क्या वे मुझे भूल गए हैं।
7 इस कारण मैं उनके लिये सिंह सा ठहरूंगा; मैं उन्हें चीते की नाईं मार्ग में देखता रहूंगा;
8 मैं उन से उस भालू की नाईं मिलूंगा, जो उसके घरवालोंके मारे हुए हैं, और मैं उनके मन की दुम को फाड़ डालूंगा, और वहां सिंह की नाईं उनको भस्म करूंगा; जंगली जानवर उन्हें फाड़ डालेगा।
9 हे इस्राएल, तू ने अपके आप को नाश किया है; परन्तु मुझ में तेरी सहायता है।
10 मैं तेरा राजा रहूंगा; तेरे सब नगरों में कोई दूसरा कहां है जो तुझे बचाए? और अपने न्यायी जिनके विषय में तू ने कहा था, कि मुझे एक राजा और हाकिम दे?
11 मैं ने अपके कोप में तुझे एक राजा दिया, और अपके जलजलाहट में उसको ले गया।
12 एप्रैम का अधर्म बान्धा हुआ है; उसका पाप छिपा है।
13 तड़पती हुई स्त्री के दुख उस पर आ पड़ेंगे; वह एक मूर्ख पुत्र है; क्योंकि वह बच्चों के उत्पन्न होने के स्थान में अधिक देर तक न ठहरे।
14 मैं उनको कब्र के वश से छुड़ाऊंगा; मैं उन्हें मृत्यु से छुड़ाऊंगा; हे मृत्यु, मैं तेरी विपत्तियां ठहरूंगा; हे कब्र, मैं तेरा विनाश होऊंगा; मन फिराव मेरी आंखों से छिपा रहेगा।
15 चाहे वह अपके भाइयोंके बीच में फल फूले, तौभी पुरवाई आएगी, तौभी यहोवा की पवन जंगल से चलेगी, और उसका सोता सूख जाएगा, और उसका सोता सूख जाएगा; वह सब मनभावने पात्रों के भण्डार को लूट लेगा।
16 शोमरोन उजाड़ हो जाएगा; क्योंकि उस ने अपके परमेश्वर से बलवा किया है; वे तलवार से मारे जाएंगे; उनके बच्चे टुकड़े-टुकड़े किए जाएंगे, और उनकी स्त्रियां जिनके बच्चे बाल-बाल बचे होंगे, चीर डाले जाएंगे।
अध्याय 14
पश्चाताप के लिए एक उपदेश - आशीर्वाद का वादा।
1 हे इस्राएल, अपके परमेश्वर यहोवा की ओर फिरो; क्योंकि तू अपने अधर्म के कारण गिर पड़ा है।
2 वचन लेकर यहोवा की ओर फिरो; उस से कहो, सब अधर्म को दूर करो, और अनुग्रह से हमें ग्रहण करो; तो क्या हम अपने होठों के बछड़ों को सौंप देंगे।
3 अश्शूर हमारा उद्धार न करेगा; हम घोड़ों पर सवार नहीं होंगे; और हम अपके हाथ के कामोंके विषय में फिर न कहेंगे, कि तुम हमारे ईश्वर हो; क्योंकि अनाथ तुझ में दया पाता है।
4 मैं उनके भटकने वाले को चंगा करूंगा, मैं उन से निडर प्रेम रखूंगा; क्योंकि मेरा क्रोध उस पर से दूर हो गया है।
5 मैं इस्राएल के लिये ओस के समान ठहरूंगा; वह सोसन की नाईं बढ़ेगा, और लबानोन की नाईं अपनी जड़ें फैलाएगा।
6 उसकी डालियां फैल जाएंगी, और उसकी शोभा जलपाई के समान, और उसकी सुगन्ध लबानोन के समान होगी।
7 जो उसकी छाया में रहेंगे वे लौट आएंगे, वे अन्न की नाईं जी उठेंगे, और दाखलता की नाईं बढ़ेंगे; उसकी सुगन्ध लबानोन के दाखमधु के समान हो।
8 एप्रैम कहेगा, मूरतोंसे अब मुझे क्या काम? मैं ने उसकी सुन ली है, और उस पर ध्यान दिया है; मैं एक हरे देवदार के पेड़ की तरह हूँ। तेरा फल मुझ से मिला है।
9 बुद्धिमान कौन है, और वह इन बातोंको समझेगा? होशियार, और वह उन्हें जानेगा? क्योंकि यहोवा की चाल ठीक है, और धर्मी उन पर चलेगा; परन्तु अपराधी उस में गिरेंगे।
शास्त्र पुस्तकालय: बाइबिल का प्रेरित संस्करण
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